20 January 2020

Poetry:--इंतज़ार ऐ मोहब्बत मिलन


“तेरी यादें दिल को सुकून दे जाती है,
वरना तुझे कब का भुला दिया होता,
जख्म ए मिलन दिल मरहम लगा जाती है
वरना कब का दर्द से मर गया होता,”

⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

“तू एक हिस्सा है मेरे जीवन का, 
माना ये ख्वाब है मेरे हकीकत का
तू क्या सोचती थी उस वक्त ? 
मैं नही जान पाया आज तक
तू प्रेरणा है मेरी हर लेखन की, 
गीत गज़ल लिखता आज तक

⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

“हम ना मिल सके किस्मत की बात है 
मगर कबूल किए प्रेम ये बड़ी बात है 
मिलना बिछड़ना जिन्दगी की द्स्तूर है 
दूर ही सही दिल में बसना बड़ी बात है” 

⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

इंतज़ार ए मोहब्बत मेरे किस्मत में ही लिखा है 
एक झलक देखने के लिए, गलियों का चक्कर लगाता था। 
आज कल फेसबुक-व्हाटसएप पे, DP बदलने का इंतजार करता है।

⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

दर्द तो पत्तों को भी होता, पेड़ से जुदा होने पर
दर्द तो फुल को भी होता, शाखो से जुदा होने पर 
दर्द तो उन्हें भी बहुत होता, इस “दर्द” को समझने पर


⭐ ANAND

No comments:

Post a Comment

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});