21 January 2020

Poetry:--तेरे आने की एहसास



मिनते भी की अपनी ख्वाईस भी बताया उस बूत के सामने 
रोया गिरगिराया तड़पा भी बहुत उस भगवान के सामने

⭐⭐⭐⭐⭐⭐

तराना प्यार का गाऊ, या कोई लोरी बच्चों को सुनाऊ 
जब भी कुछ गुनगुनाऊ, तो मोहब्बत के गीत गाऊ 

⭐⭐⭐⭐⭐⭐

दर्द तो दर्द होता है, पूछो क्या दर्द होता दिवाने से 
हाँ, ये अलग बात है की, दर्द जब मीठा लगने लगे तो 
जबाब यही देगे दीवाने क्या मजा आ रहा हैजीने में 

⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

दुआओ का दौर जारी है, दवाओं का दौर जारी है,
जिसने भी सुनी मेरी कहानी और देखी हालात ?
सबने कहा इसकी तो अब जान जाने की तैयारी है।

⭐⭐⭐⭐⭐⭐

मैं चाह कर भी चाँद अपने घर में कैद नहीं कर सकता, 
गर किया हुआ दूर से ही सही अपने चाँद को देख तो सकता ?
तू चाँदनी बिखेरो गैरो के आँगन में कोई फर्क नहीं परता, 
मेरे हिस्से की थोड़ी सी चाँदनी दे ही सकती झरोखे से ? 

⭐⭐⭐⭐⭐⭐

तेरे आने की एहसास, मुझे हर घड़ी क्यों होता है 
तुम नहीं आओगी जानता हू, दिल क्यों नहीं मानता है 
ऐसा लगता है खुशबू बन, मेरे आस पास ही रहती हो 
हवाओ संग मिल मेरे बदन गुदगुदा जाती हो 


⭐आनन्द

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