राहे मोहब्बत ऐ मंजिल सबको कहाँ मिलती है ?
हौसला ऐ चिराग कब बुझ जाए पता कहाँ चलती है ?
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
सभी खुश है मुझसे एक तेरे सिवा ?
उस गजल की तलाश में आज भी हूँ,
जिसे सुना मैं तुझे खुश कर सकूँ
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
काफ़ी दिनों से हिचकी नही आयी है,
ऐसा लगता है किसी अपने ने भुला दिया है।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
घर की औरतें भी कमाल की होती,
आपस में उलझे हुए बालों को सुलझा लेती,
मगर,आपस में उलझे हुए रिश्ते नहीं सुलझा पाती ?
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
दिल खिलौना बना, उनके नजरों में आज
टूट कर यू गिरे, उनके कदमों में आज
बात दिल में बसाने का, उन्होंने ही किया
हुआ किया “मिलन” उनके जज्बा को आज
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
मैं हर बात को आखिरी बात समझ
दिल को तसल्ली देता हूँ
वो हर बार मेरे दिल को तसल्ली दे कहती है-
“फिर कभी बात करूंगी”
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
उसने थोड़ी सी हँसकर बात क्या कर ली,
मैं तो अपना औकाद ही भूल गया ?
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
ये मेरा शौक है या मजबूरी,
हर एक गजल के बाद एक नया
गजल लिख लेता हूँ।
खुदा का लाख शुक्र इसी बहाने तु
म्हें याद कर लेता हूँ।
⭐आनन्द